चन्दा मेरे चन्दा मेरे,दिल यही पुकारे
छुपे क्यूँ तू बदरी मे,नजर को चुराये।
1)घनी अंधियारी राति,और ये नज़ारे।
आँखो ही आँखो में,मन भर आये।
बिन तेरे चन्दा मेरी, रतियां ये सूनी।
उस पर ये काली काली,बदरी घनेरी।
चंदा मेरे चंदा मेरे.......।
2)लोग कहे तुझमें ,दाग है गहरे।
वो न जाने क्यूँ तूने,दाग है लपेटे।
दाग नही है ये है ,दुनियां की रीतियाँ।
प्रेम निबाह की है,सारी निशानियाँ।
चंदा मेरे चंदा मेरे.......।
#स्वरचित
प्रियंका शर्मा
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